भोपाल
नरेंद्र मोदी सरकार ने भारतीय सशस्त्र बलों को 'ऑपरेशन सिंदूर' के जरिए आतंकवादियों के ठिकानों को नष्ट करने की खुली छूट देकर पाकिस्तान के लिए हालात और खराब कर दिए. यह कहना है मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव का.
इंदौर में एक रोजगार मेले को संबोधित करते हुए CM यादव ने कहा, मोदी सरकार ने देश के दुश्मनों के नापाक इरादों से निपटने के लिए पहले से ही तैयारी कर ली थी.
उन्होंने कहा, "जब पीएम मोदी के नेतृत्व वाली सरकार बनी थी, तो कई लोगों ने पूछा था कि राफेल सौदे पर इतनी बड़ी रकम क्यों खर्च की जा रही है. हमने देखा कि जब भारत का दुश्मन सीमा पर खड़ा था, तब राफेल विमान और आधुनिक सैन्य तकनीक से लैस हमारे सशस्त्र बलों ने आतंकवादी ठिकानों को नष्ट कर दिया और पुराने बकाए का भुगतान किया."
मुख्यमंत्री ने कहा कि मोदी सरकार ने सशस्त्र बलों को आतंकवादी ठिकानों को नष्ट करने की खुली छूट देकर पाकिस्तान के लिए हालात और खराब कर दिए हैं. उन्होंने कहा, "यह बदलते दौर का भारत है. दुनिया भारत को आश्चर्य से देख रही है. एक समय था जब दुश्मन हमारे सैनिकों का सिर काट लेते थे और तत्कालीन सरकार कुछ नहीं कर पाती थी. वर्तमान सरकार के शासन में दुश्मन ऐसी हिमाकत की कल्पना भी नहीं कर सकता." यादव ने कहा कि मोदी सरकार ने त्वरित निर्णय लेकर देश को सुरक्षित रखा है.
मुख्यमंत्री ने कहा, "प्रधानमंत्री मोदी ने भारत की सैन्य क्षमता को दिखाया, जिसके बाद दुनिया में भारत का सम्मान बढ़ा है. उन्होंने पहले ही कहा है कि 'हम किसी को नहीं भड़काते, लेकिन अगर कोई हमें उकसाता है, तो हम उसे छोड़ते भी नहीं हैं.'
संकट की इस घड़ी में देश के एकजुट होने पर जोर देते हुए यादव ने कहा कि मप्र सरकार ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए हैं. उन्होंने आगे कहा कि सरकार स्वरोजगार को बढ़ावा दे रही है और विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए रोजगार मुहैया करा रही है.
उन्होंने कहा, "हमने कहा है कि हम एक लाख नई सरकारी नौकरियां देंगे, लेकिन प्रदेश की आबादी नौ करोड़ है और कुल सरकारी पदों की संख्या 10 लाख से भी कम है. ऐसे में हम रोजगार आधारित उद्योगों को विशेष प्रोत्साहन दे रहे हैं."
यादव ने इंदौर में रेजीडेंसी कोठी परिसर में न्यायाधीशों के लिए विश्राम गृह निर्माण की आधारशिला रखी. इस अवसर पर सुप्रीम कोर्ट के जस्टिस जेके माहेश्वरी, एससी शर्मा और मध्य प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश सुरेश कुमार कैत मौजूद थे.
मुख्यमंत्री ने शहर के सिरपुर क्षेत्र में देवी अहिल्या सरोवर उद्यान में स्वामी विवेकानंद की प्रतिमा की स्थापना के लिए भूमिपूजन किया. अधिकारियों ने बताया कि विभिन्न धातुओं से बनी यह प्रतिमा 39.6 फीट ऊंची होगी और इसका वजन करीब 14 टन होगा.
उन्होंने दावा किया कि यह स्वामी विवेकानंद की अपनी तरह की दुनिया की सबसे ऊंची प्रतिमा होगी. यादव ने कनाड़िया क्षेत्र में पुनर्निर्मित बावड़ी के उद्घाटन में भी भाग लिया, जिसे मूल रूप से इंदौर के पूर्ववर्ती होलकर राजवंश की शासक अहिल्याबाई होल्कर ने बनवाया था. अधिकारियों ने बताया कि राज्य सरकार के 'जल गंगा संवर्धन अभियान' के तहत इंदौर विकास प्राधिकरण ने एक करोड़ रुपये की लागत से जीर्णोद्धार किया है.