इंदौर
पंजाब और उत्तर पश्चिमी राजस्थान में से बने चक्रवाती सिस्टम के इंदौर से होकर गुजरने से रविवार शाम को अचानक मौसम बदल गया। मजबूत सिस्टम के कारण 110 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से पूर्वी दक्षिण पूर्वी हवाएं चली। मौसम विभाग के अनुसार, पूरे मध्य प्रदेश में इंदौर में सबसे तेज हवा रविवार को दर्ज की गई। इसी के साथ यहां 69.8 मिली मीटर ( 2.72 इंच) बारिश दर्ज की गई। मई में 24 घंटे में होने वाली ये 100 साल में सबसे अधिक बारिश रही। इसके पहले इंदौर में 29 मई 1886 को 24 घंटे में 99.1 एमएम बारिश हुई थी।
मौसम विभाग के अनुसार, एक चक्रवातीय सिस्टम उत्तर प्रदेश से होते हुए तमिलनाडु तक बना हुआ है, जो मध्य प्रदेश से होकर गुजर रहा है। इस कारण से तेज हवा-आंधी, बारिश व ओला वृष्टि की स्थिति बन रही है। इंदौर में रविवार को 24 घंटे में होने वाली सर्वाधिक वर्षा भी दर्ज हुई। रविवार 3.30 बजे से बारिश के साथ ही कहीं-कहीं ओले गिरना शुरू हो गए। लगभग आधा घंटे में ही हवा और आंधी तेज हुई व चक्रवात का रूप ले लिया। शाम 4 बजे के लगभग 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चली। एक घंटे की राहत के बाद 5 बजे फिर से मौसम बदला व पूर्वी-दक्षिण-पूर्वी हवा ने असर दिखाया। इस दौरान ओले भी गिरे।
दो दिन बारिश के साथ तेज हवा का अलर्ट
अचानक बदले मौसम से लोग घबरा गए। रास्ते से गुजरते लोगों को जहां जगह मिली, ओले से बचने के लिए खड़े हो गए। मौसम विभाग के अनुसार, अगले दो दिनों तक चक्रवातीय सिस्टम के असर से तेज हवा और बारिश की संभावना बनी रहेगी। शहर में अनेक स्थानों पर आंधी से पेड़ उखड़ गए तो कहीं-कहीं बड़ी शाखाएं टूट कर सड़क पर गिर गईं।