झारखंड के कोडरमा में पत्रकारों की भूमिका पर मंथन, सरकार से सहयोग का भरोसा

admin
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झारखंड के कोडरमा में पत्रकारों की भूमिका पर मंथन, सरकार से सहयोग का भरोसा

पत्रकार पक्षकार नहीं आईना बनें: राधा कृष्ण किशोर
अभी आत्मचिंतन का समय है:  राधाकृष्ण किशोर
 JJA प्रदेश अध्यक्ष संपूर्णा नंद भारती ने सौंपा पांच सूत्री मांगपत्र।

कोडरमा
 झारखंड के कोडरमा जिला मुख्यालय में आज भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ की राष्ट्रीय कार्यसमिति बैठक का भव्य आयोजन किया गया। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में झारखंड सरकार के वित्त, वाणिज्य एवं संसदीय कार्य मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था के चारों स्तंभ — विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका और मीडिया — को आत्मचिंतन करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि इन सभी संस्थाओं को यह विचार करना चाहिए कि वे अपने मूल स्वरूप में कार्य कर रही हैं या नहीं।मंत्री किशोर ने मीडिया से भी सकारात्मक भूमिका निभाने का आह्वान किया और कहा कि जब सभी स्तंभ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन ईमानदारी से करेंगे, तभी समाज में स्वच्छ और जागरूक वातावरण का निर्माण संभव होगा।

वित्त मंत्री राधाकृष्ण किशोर ने कहा कि आज भी मीडिया की सार्थक भूमिका है पर पूरे हिंदुस्तान में कार्यपालिका की जो स्थिति बनी हुई है वह बहुत चिंताजनक है। यह आत्मचिंतन का समय है और अब यह समय आ गया है कि कार्यपालिका, विधायिका और न्यायपालिका के साथ ही पत्रकार यानि मीडिया भी अपनी कमियों को देखे। उन्होंने पहले की पत्रकारिता के साथ ही राजनीति और चुनाव पर भी चर्चा की। यह भी कहा कि यदि राजनीति में नहीं होता तो पत्रकारिता ही कर रहा होता।

कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक पांडेय ने पत्रकारों से अपनी सार्थक और निष्पक्ष भूमिका निभाने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि यदि लोकतंत्र के चारों स्तंभों में समन्वय बनाना है तो मीडिया को अपनी आंखें और कान खुले रखने होंगे और न्यायपालिका, कार्यपालिका तथा विधायिका पर नजर बनाए रखनी होगी। उन्होंने यह भी कहा कि पत्रकारों को पक्षकार नहीं बल्कि समाज का आईना बनना चाहिए।संघ के राष्ट्रीय महासचिव डॉ. नवीन आनंद जोशी ने अपने संबोधन में कहा कि शासन के दस्तावेजों, इमारतों और मुद्रा पर जो तीन शेर दिखाई देते हैं, उनमें चौथा अदृश्य शेर मीडिया है, जो खबरों के माध्यम से लोकतंत्र के बाकी तीनों स्तंभों पर निगरानी रखता है। उन्होंने मीडिया को "खबरदार पालिका" करार दिया, जो समाज को जागरूक रखने में अहम भूमिका निभाती है।

संघ के संस्थापक शाहनवाज हसन ने झारखंड सरकार द्वारा पत्रकारों के कल्याणकारी योजनाओं को लागू करने की मांग वित्त मंत्री के समक्ष रखी। वित्त मंत्री ने  आश्वासन दिया कि पत्रकारों की वाजिब मांगों को सरकार तक पहुंचाया जाएगा और उन्हें पूरा कराने का प्रयास होगा, जिस प्रकार मध्य प्रदेश एवं अन्य राज्यों में पत्रकारों के लिए योजनाएं लागू की गई हैं।

कार्यक्रम का संचालन संघ के राष्ट्रीय सचिव चंदन मिश्रा ने किया, जबकि राष्ट्रीय संगठन मंत्री गिरधर शर्मा ने धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया। इस अवसर पर संघ की राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष एस एस नसरीन, अन्य पदाधिकारी और देशभर से आए वरिष्ठ पत्रकार उपस्थित रहे।
यह बैठक पत्रकारिता के मूल्यों, दायित्वों और चुनौतियों पर मंथन का एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुई, जहां पत्रकारों की न केवल भूमिका को रेखांकित किया गया बल्कि उनके सशक्तिकरण और सुरक्षा को लेकर भी ठोस चर्चा हुई।

इस दौरान डॉ नवीन आनंद जोशी, झारखण्ड प्रदेश अध्यक्ष संपूर्णानंद भारती, उत्तराखंड से गिरिधर शर्मा, राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष एस नसरीन, संजय पांडेय, एसके चौहान, अमित गुप्ता, महेंद्र शर्मा, शुभेंदु चटर्जी, सुभाशीष पॉल, जेद बाजपेई, संजीव जायसवाल, जगदीश सलूजा, संजीव समीर, जावेद इस्लाम, आलोक सिन्हा, अनिल सिंह, नितिन मिश्रा, कृष्ण गुप्ता, अर्जुन सोनी, मोहम्मद अनवर, राजदेव, अनुज सोनी, आकाश, पंकज सिंह, संदीप केसरी, मनीष वर्णवाल, प्रेम भारती, मंटू सोनी, राम अवतार सिंह, राजेन्द्र वर्णवाल, सुनील सिंहा, सुधीर पांडेय समेत विभिन्न राज्यों से आए भारती श्रमजीवी पत्रकार संघ के पदाधिकारी और अन्य सदस्य मौजूद थे।

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