पीएमएयर एंबुलेंस सेवा बनी वरदान, दो अनमोल जिंदगियों को मिला नया जीवन : मुख्यमंत्री डॉ. यादव

admin
3 Min Read

भोपाल

मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ब्रेन डेड घोषित सागर जिले के बलिराम कुशवाहा (61 वर्ष) के परिजन द्वारा दिवंगत के अंगदान-महादान के निर्णय की सराहना कर साधुवाद दिया है। जबलपुर में ग्रीन कॉरिडोर बनाकर डुमना एयरपोर्ट से हार्ट AIIMS भोपाल पहुंचाया गया, वहीं तिलवारा के हेलीपेड से लिवर इंदौर के चोइथराम हॉस्पिटल भेजा गया। प्रदेश में पहली बार हार्ट ट्रांसप्लांट किया गया और इस कार्य के लिए विशेष प्रयास करते हुए एक ही दिन में तीन ग्रीन कॉरिडोर (जबलपुर, भोपाल और इंदौर) बनाए गए। हार्ट ट्रांसप्लांट पूरा हो चुका है और लिवर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया चल रही है।

मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कहा कि दो जिंदगियां बचाकर महाप्रयाण पर निकले स्व. बलिराम जी को सादर श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं। उन्होंने इस साहसिक निर्णय के लिए उनके परिजन का ह्रदय से आभार माना। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने मध्यप्रदेश में पहली बार हार्ट ट्रांसप्लांट होने और जबलपुर, भोपाल व इंदौर में ग्रीन कॉरिडोर के लिए समर्पित भाव से कर्तव्य निर्वहन के लिए उनके चिकित्सकों, पुलिस व प्रशासन को भी साधुवाद दिया है।

जबलपुर मेडिकल कॉलेज में 22 जनवरी की शाम को एक व्यक्ति के ब्रेन डेड होने की सूचना प्राप्त हुई। सूचना मिलते ही राज्य शासन ने त्वरित कार्यवाही की। एम्स भोपाल के डॉक्टर्स की टीम रात को ही अंग रिट्रीव करने के लिए जबलपुर के मेडिकल कॉलेज गई। सुबह पीएमएयर एम्बुलेंस सेवा के जरिए डॉक्टरों की एक दूसरी टीम जबलपुर पहुंची और देह दानदाता के हार्ट और लिवर को निकाला गया और उसे ग्रीन कॉरिडोर का उपयोग करते हुए एम्स भोपाल में हार्ट ट्रांसप्लांट के लिए भेजा गया और लिवर ट्रांसप्लांट के लिए चोइथराम अस्पताल इंदौर भेजा गया।

दान किये गए अंगों के परिवहन के लिए पीएमएयर एम्बुलेंस सेवा के वायुयान और हेलीकॉप्टर दोनों साधनों का उपयोग किया गया। हार्ट को जबलपुर से भोपाल पीएमएयर एम्बुलेंस से परिवहन किया गया, वहीं लिवर के लिए सर्वप्रथम मेडिकल कॉलेज जबलपुर से भोपाल एयरपोर्ट तक हेलीकॉप्टर एम्बुलेंस का उपयोग किया गया और भोपाल से इंदौर लिवर पीएमएयर एम्बुलेंस सेवा के वायुयान के माध्यम से भेजा गया।

इस प्रकार पीएमएयर एम्बुलेंस सेवा का उपयोग न केवल मरीज़ों के परिवहन के लिए किया जा रहा है, अपितु ऐसे महत्वपूर्ण, पुनीत और तात्कालिक कार्यों के लिए भी किया जा रहा है।

 

TAGGED:
Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *