इंडस्ट्रियल और कॉमर्शियल प्लॉट्स के लिए जल्द शुरू होगी निलामी- CM

औद्योगिक व व्यवसायिक गतिविधियों को गति देने के लिए योगी सरकार सितंबर महीने में मेगा ई-ऑक्शन का आयोजन करने जा रही है

Highlights
  • 4 सितंबर को आवेदन जमा कराने की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है
  • 45 स्क्वेयर मीटर से लेकर 19,769.48 स्क्वेयर मीटर के प्लॉट हैं उपलब्ध

लखनऊ, 29 अगस्त। उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने और प्रदेश में औद्योगिक व व्यवसायिक गतिविधियों को गति देने के लिए योगी सरकार सितंबर महीने में मेगा ई-ऑक्शन का आयोजन करने जा रही है। सीएम योगी के विजन अनुसार, उत्तर प्रदेश राज्य औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने 15 जिलों में औद्योगिक भूखंडों के आवंटन व 8 जिलों में व्यवसायिक भूखंडों के आवंटन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। इस क्रम में, 4 सितंबर को आवेदन जमा कराने की अंतिम तिथि निर्धारित की गई है जबकि मेगा ई-ऑक्शन को 13 सितंबर को ऑनलाइन लिंक के जरिए पूरा किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि प्रक्रिया के अंतर्गत जिन 8 जिलों में कॉमर्शियल प्लॉट्स की आवंटन प्रक्रिया को पूरा किया जाएगा उसमें अमेठी, बरेली, बाराबंकी, जालौन, मुरादाबाद, मथुरा, व प्रयागराज प्रमुख हैं। वहीं, मेगा ई-ऑक्शन के जरिए अमेठी, अमरोहा, बांदा, हमीरपुर, हरदोई, जालौन, कानपुर देहात, मथुरा, मैनपुरी, मुजफ्फरनगर, संभल, शाहजहांपुर, उन्नाव, सहारनपुर व वाराणसी प्रमुख हैं। इस प्रक्रिया में दोनों ही केटेगरीज के अंतर्गत विभिन्न प्रकार के प्लॉट्स नीलामी के लिए उपलब्ध हैं। कुल मिलाकर, इस मेगा ई-ऑक्शन के जरिए 107 औद्योगिक व व्यवसायिक भूखंडों के आवंटन का मार्ग सुनिश्चित हो सकेगा।

45 स्क्वेयर मीटर से लेकर 19,769.48 स्क्वेयर मीटर के प्लॉट हैं उपलब्ध
यूपीसीडा द्वारा आयोजित कराए जा रहे मेगा ई-ऑक्शन के जरिए जिन 107 औद्योगिक व व्यवसायिक भूखंडों के आवंटन का मार्ग सुनिश्चित हो रहा है उनमें सबसे छोटा प्लॉट मथुरा के कोसी कोटवन आईआईडीसी इंडस्ट्रियल एरिया में स्थित है। यह 145 स्क्वेयर मीटर प्रसार क्षेत्र वाला प्लॉट होगा जिसकी रिजर्व प्राइस 5.11 लाख रुपए निर्धारित की गई है। वहीं, ट्रांस गंगा सिटी उन्नाव में 19,769.48 स्क्वेयर मीटर के प्रसार क्षेत्र वाले प्लॉट की रिजर्व प्राइस 44.91 करोड़ रुपए निर्धारित की गई है। इस मेगा ई-ऑक्शन के जरिए सामान्य इंडस्ट्रियल प्लॉट्स, कॉमर्शियल कॉम्पलेक्स, दुकानें, प्रिमाइसेस यूज, बैंक्वेट हॉल व होटल जैसी सुविधाओं का विकास हो सकेगा।

Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *