‘बुलडोजर न्याय’ स्वीकारा नहीं जा सकता, इसे बंद होना चाहिए- प्रियंका गांधी

"बुलडोजर न्याय" पूरी तरह अस्वीकार्य है और यह बंद होना चाहिए।

Highlights
  • सजा सिर्फ अदालत तय कर सकती है
  • मानवता का पालन सभ्य समाज में शासन की न्यूनतम शर्त है

नई दिल्ली: 24 अगस्त कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने शनिवार को कहा कि देश में “बुलडोजर न्याय” पूरी तरह अस्वीकार्य है और यह बंद होना चाहिए।

प्रियंका गांधी ने  कहा अगर कोई किसी अपराध का आरोपी है तो उसका अपराध और उसकी सजा सिर्फ अदालत तय कर सकती है। लेकिन आरोप लगते ही आरोपी के परिवार को सजा देना, उनके सिर से छत छीन लेना, कानून का पालन न करना, अदालत की अवहेलना करना, आरोप लगते ही आरोपी का घर ढहा देना- यह न्याय नहीं है। यह बर्बरता और अन्याय की पराकाष्ठा है।

कानून बनाने वाले, कानून के रखवाले और कानून तोड़ने वाले में फर्क होना चाहिए। सरकारें अपराधी की तरह व्यवहार नहीं कर सकतीं। कानून, संविधान, लोकतंत्र और मानवता का पालन सभ्य समाज में शासन की न्यूनतम शर्त है। जो राजधर्म नहीं निभा सकता, वह न तो समाज का कल्याण कर सकता है, न ही देश का।

उन्होंने यह टिप्पणी उस वक्त की जब मध्य प्रदेश के छतरपुर में थाने पर पथराव की घटना के एक आरोपी की कोठी को बुलडोजर से तोड़ दिया गया।

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