9 साल में गांव से लेकर सदन तक हम पहुंचे है। अब लोगों को बताना है कि कितना अपने हासिल किया है, और कितना बाकी रह गया है। गरीब, शोषित और पिछड़ों के लिए अपने आवाज बुलंद की है। भगवान राम और निषादराज जब थे तब सुख का राज था, सोने की चिड़िया कहा जाता था, सुरक्षा, समृद्धि और सम्मान सभा कुछ था, फिर से यही प्रयास है। आरक्षण का मुद्दा कितना गंभीर है, राष्ट्रीय और प्रदेश कार्यकारिणी भंग थी, आज के दिन में इनकी घोषणा होगी। अंग्रेजो द्वारा विस्थापित 578 जातियां, ऐसे लोगों को स्थापित किया है, इसलिए बार बार स्थापना दिवस के अवसर पर बुलाया जाता है कि कितनी हमने सफलता प्राप्त की।
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पार्टी के स्थापना दिवस पर बोले संजय निषाद बीजेपी के साथ मिलकर लड़ेंगे उप चुनाव