नई दिल्ली: 15 अगस्त : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने बृहस्पतिवार को देश में धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता (एससीसी) की जोरदार वकालत करते हुए भारत को ‘विकसित राष्ट्र’ बनाने का संकल्प व ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ का सपना साकार करने का आह्वान किया। इसके साथ ही उन्होंने बांग्लादेश में हिन्दुओं व अल्पसंख्यक समुदायों के खिलाफ हो रही हिंसा पर चिंता भी जताई।
सेक्युलर सिविल कोड आज के समय की जरूरत है : लाल किले से देश को संबोधित करते हुए पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा सुप्रीम कोर्ट ने समान नागरिक संहिता को लेकर बार-बार चर्चा की है, कई बार आदेश दिए हैं. देश का एक बड़ा वर्ग मानता है – और ये सच भी है कि जिस नागरिक संहिता के साथ हम जी रहे हैं वो असल में एक तरह से सांप्रदायिक नागरिक संहिता…मैं कहूंगा कि यह समय की मांग है कि देश में एक धर्मनिरपेक्ष नागरिक संहिता हो…तभी हम धर्म के आधार पर भेदभाव से मुक्त हो सकेंगे।