उत्तराखंड के उधमसिंह नगर लोकसभा सीट से बीजेपी सांसद अजय भट्ट ने पहलगाम हमले के संदर्भ में बुधवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा है कि हम आतंकवाद को मिट्टी में मिला देंगे। हमें प्रधानमंत्री मोदी की बातों पर विश्वास करना चाहिए।
उन्होंने पहलगाम हमले को लेकर मोदी सरकार की तरफ से उठाए गए कदमों का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि पहलगाम में हुए हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने सिंधु जल समझौते को निलंबित कर दिया और इसके अलावा पाकिस्तानी नागरिकों को भी देश छोड़ने का फरमान सुना दिया। साथ ही, कई कड़े फैसले लिए गए। मुझे पूरा विश्वास है कि आने वाले दिनों में इन फैसलों के व्यापक परिणाम देखने को मिलेंगे। फिलहाल, यह राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा मामला है, तो ऐसे में मेरा इस पर बोलना किसी भी मायने में उचित नहीं है।
उन्होंने कहा कि पहलगाम में पर्यटकों को जिस बेरहमी से आतंकियों ने मौत के घाट उतारा है, उससे यह साफ जाहिर होता है कि इन आतंकियों ने मानवता की हत्या की है। मैं तो यही कहना चाहूंगा कि इस समय देश ने संयम बरता हुआ है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश गुस्से में है। सभी लोग एक सुर से इन आतंकियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। इस आतंकी हमले ने पूरे देश को एक मंच पर लाकर खड़ा कर दिया है।
उन्होंने कहा कि हमारी सेना पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है। हमें अपने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर पूरा भरोसा है, वो जो भी फैसला लेंगे, देशहित में बिल्कुल ठीक लेंगे। इसमें किसी को भी कोई शक नहीं होना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि आज की तारीख में हमारी सेना 1962 की सेना नहीं है, बल्कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में आज हमारी सेना पूरी तरह से मजबूत है, जो दुश्मन देश को मुंहतोड़ जवाब देना बखूबी जानती है।
उन्होंने कहा कि हम सभी जानते हैं कि किस तरह इस हमले के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने अपना विदेश दौरा किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री ने बैठक ली। अब तक इस आतंकी हमले के संदर्भ में कई बैठकें हो चुकी हैं।
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों पर हमला किया था। इस हमले में 26 पर्यटक मारे गए थे। इस हमले की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट ने ली थी। यह सभी पर्यटक देश के अलग-अलग राज्यों से थे। इस हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ पूरे देश में आक्रोश देखने को मिल रहा है और सभी एक सुर से पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।