मुख्यमंत्री डॉ. यादव के नेतृत्व में प्रदेश में औद्योगिक क्रांति का संकल्प होगा सफल : उप मुख्यमंत्री शुक्ल

admin
4 Min Read

भोपाल
उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा है कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं और स्वास्थ्य विभाग ने भी इस आयोजन के दौरान आकस्मिक चिकित्सा सुविधाओं के लिए व्यापक प्रबंध किए हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करकमलों से इस ऐतिहासिक समिट का उद्घाटन होगा और समापन कार्यक्रम में केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह उपस्थित रहेंगे। समिट में देश-विदेश के प्रमुख उद्योगपति, नीति-निर्माता और निवेशक भाग लेंगे, जिसके लिए स्वास्थ्य सुरक्षा व्यवस्था को प्राथमिकता पर रखा गया है।

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि मध्यप्रदेश निवेश के लिए एक आदर्श राज्य बन रहा है। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में प्रदेश में औद्योगिक क्रांति का जो संकल्प लिया गया है, वह निश्चित रूप से सफल होगा।

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान किसी भी आकस्मिक चिकित्सा स्थिति से निपटने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने व्यापक इंतजाम किए हैं। कार्यक्रम स्थल पर आधुनिकतम चिकित्सा इकाई, आईसीयू बेड्स, कार्डिएक डिफिब्रिलेटर, ऑक्सीजन, ईसीजी, मल्टीपेरा मॉनिटर, बीपी & ब्लड ग्लूकोज मॉनिटरिंग सहित सभी आवश्यक उपकरण उपलब्ध रहेंगे। टेंट सिटी और कार्यक्रम स्थल पर पैथोलॉजिकल जांच की सुविधा भी उपलब्ध होगी। वरिष्ठ विशेषज्ञ डॉक्टरों की विशेष टीम तैनात की जाएगी।

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि समिट के दौरान 23 से 26 फरवरी तक आकस्मिक चिकित्सा सेवाओं के लिए पीएम एयर एंबुलेंस सर्विसेज को स्टैंडबाय मोड पर रखा गया है। भोपाल जिले की सभी 108 एंबुलेंस पूरी तरह सक्रिय रहेंगी और आवश्यकतानुसार अन्य जिलों से भी एंबुलेंस स्टैंडबाय मोड पर रहेंगी। चिकित्सकों, पैरामेडिकल स्टाफ और सपोर्ट स्टाफ की तैनाती सुनिश्चित की गई है। आकस्मिक स्थिति के लिए पर्याप्त बेड्स, ऑपरेशन थिएटर, जीवन रक्षक औषधियां, ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, एचएफएनसी, सीपीएपी और एंबुलेंस सेवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। एयरपोर्ट, होटलों, कार्यक्रम स्थल, पार्किंग क्षेत्रों और प्रमुख चौराहों पर एंबुलेंस की तैनाती की गई है, जिससे आवश्यकता पड़ने पर 1 से 4 मिनट के भीतर चिकित्सा सेवा उपलब्ध कराई जा सके।

निजी और शासकीय अस्पताल हाई अलर्ट पर

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि निजी और शासकीय चिकित्सा संस्थानों के साथ मिलकर समिट के दौरान स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने के लिए विस्तृत कार्ययोजना तैयार की है। अपोलो सेज हॉस्पिटल, सागर मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल, बंसल अस्पताल, एलएन मेडिकल कॉलेज, चिरायु मेडिकल कॉलेज, नोबेल मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल, नर्मदा ट्रॉमा सेंटर, आरकेडीएफ मेडिकल कॉलेज, पीपल्स मेडिकल कॉलेज, कैरियर हॉस्पिटल और अन्य प्रमुख अस्पतालों को चिकित्सा सहायता के लिए तैयार रखा गया है। एयरपोर्ट, होटलों, कार्यक्रम स्थल और टेंट सिटी को विभिन्न अस्पतालों से टैग किया गया है, ताकि जरूरत पड़ने पर त्वरित चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा सके। आकस्मिक परिस्थितियों के लिए एम्स भोपाल और हमीदिया अस्पताल को कंटिंजेंसी हॉस्पिटल के रूप में चिह्नित किया गया है।

उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने कहा कि ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में आने वाले गणमान्य अतिथियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य सुविधा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। स्वास्थ्य विभाग यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि समिट के दौरान सभी चिकित्सा सेवाएं सुचारू रूप से संचालित हों। समिट के दौरान स्वास्थ्य संस्थाओं को हाई अलर्ट मोड पर रखा गया है।

 

TAGGED:
Share This Article
Leave a comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *