मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा- जर्मनी और मध्य प्रदेश का आपसी सहयोग औद्योगिक क्रांति के नए द्वार खोलेगा

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भोपाल
 मध्य प्रदेश के मंडीदीप और पीथमपुर में पहले से मौजूद जर्मन निवेशकों के सुगम समन्वय के उद्देश्य से मध्य प्रदेश में एक विशेष राज्य सरकारी संपर्क कार्यालय स्थापित किया जाएगा। जर्मनी का हमारे देश से पुराना संबंध रहा है।

दुनिया में यह सभ्यता अलग ढंग से जानी जाती है। जर्मनी और मध्य प्रदेश का आपसी सहयोग औद्योगिक क्रांति के नए द्वार खोलने में सहायक होगा। मध्य प्रदेश में जर्मन विशेषज्ञ आएंगे, साथ ही टेक्नोलाजी भी उपलब्ध करवाएंगे। दोनों देश आपसी समन्वय से मध्य प्रदेश में औद्योगिक विकास के नए आयाम स्थापित करेंगे।

मीडिया विभाग के मंत्री से हुई मुलाकात

यह बात गुरुवार को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने जर्मनी दौरे पर बवेरिया राज्य के चांसलर प्रमुख और संघीय एवं यूरोपीय मामलों के साथ मीडिया विभाग के मंत्री डॉ. फ्लोरियन हैरमेन से मुलाकात के दौरान कही। इस मुलाकात में राज्य स्तर पर सहयोग के विभिन्न अवसरों पर चर्चा की गई।

चर्चा में मुख्यमंत्री एवं डॉ. हैरमेन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत और जर्मनी के बीच मजबूत होते रिश्तों को आगे बढ़ाने की दिशा में राज्य स्तर पर भी साझेदारी बढ़ाने पर रजामंदी दिखाई। दोनों नेताओं ने तकनीकी नवाचार, सुपरकंप्यूटिंग, ऑटोमोटिव सेक्टर, एरोनाटिक्स और अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में संभावित सहयोग के पहलुओं पर विचार-विमर्श किया।

मुख्यमंत्री एवं औद्योगिक प्रतिनिधिमंडल का जर्मनी के म्यूनिख पहुंचने पर भारत के कौंसलेट जनरल शत्रुघ्न सिन्हा और भारतीय संघ के अध्यक्ष राणा हरगोविंद सिंह एवं अन्य भारतवंशियों ने गर्मजोशी से स्वागत किया।

जो समय को जीतता है, वह दुनिया को जीत सकता है

मुख्यमंत्री जर्मन प्रतिनिधिमंडल के टाइम मैनेजमेंट से बहुत प्रभावित हुए। उन्होंने कहा, जो समय को जीतता है, वह दुनिया को जीत सकता है। दोनों पक्षों ने इस मुलाकात को मध्य प्रदेश और बवेरिया के बीच दीर्घकालिक और आपसी लाभकारी संबंधों का शुभारंभ बताया।

मैक्समूलर ने हमारे वेदों का संस्कृत भाषा से अनुवाद करके जर्मनी के माध्यम से दुनिया के सामने हमारे प्राचीन ज्ञान को प्रकट किया था। अतीत के संबंध से इनकी अच्छाइयों और टेक्नोलाजी को सीखते हुए मध्य प्रदेश और बवेरिया स्टेट समन्वयपूर्वक आगे बढ़ेंगे।

जर्मन भाषा के लिए खोलेंगे लैंग्वेंज इंस्टीट्यूट

मुख्यमंत्री ने म्यूनिख स्थित बवेरिया स्टेट चांसलरी सरकार राजनीतिक नेतृत्व के साथ संवाद किया। उन्होंने कहा कि जर्मनी में काम के अनेक अवसर तो हैं, परंतु भाषाई चुनौती भी है। इसे दूर करने के लिए मध्य प्रदेश में लैंग्वेज इंस्टीट्यूट खोलने की योजना बना रहे हैं, जिससे रोजगार के अवसरों के लिए भाषा चुनौती नहीं बने और मध्य प्रदेश तथा जर्मनी के अधिकारियों के मध्य समन्वय के साथ भाषाई सहजता से काम हो सके।

औद्योगिक विकास के लिए जर्मन टेक्नोलाजी का सहयोग

मुख्यमंत्री ने कहा कि जर्मनी के टेक्निकल स्टाफ के माध्यम से इंजीनियरिंग, पालीटेक्निक, आईटीआई जैसे टेक्निकल क्षेत्र में हमारे उद्योगपति लाभ ले सकेंगे। उन्होंने भोपाल में होने वाली ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट में जर्मनी के प्रतिनिधियों और उद्योगपतियों को आमंत्रित किया। दोनों राज्यों में अधिकारियों को एक दूसरे राज्य में भेजने में प्रशासनिक लेवल पर जो कठिनाइयां आती हैं, उन्हें दूर किया जाएगा।

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